दुर्ग : स्मार्ट ट्रैफिक जैकेट आज से दुर्ग यातायात पुलिस विभाग का हिस्सा बन गया है । दुर्ग पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव ने स्वयं इस स्मार्ट ट्रैफिक जैकेट को पहनकर पुलिसिंग की। यह स्मार्ट ट्रैफिक जैकेट चौक में दुर्घटनाओं को रोकने एवं यातायात व्यवस्था बनाने में कारगर साबित।100 मीटर दूर से वाहन चालकों को आसानी से सिग्नल दिखाई देगा।पटेल चौक दुर्ग में पहला सफल प्रयोग किया गया। जैकेट में लगे रिसीवर और सिग्नल में लगे ट्रांसमीटर के माध्यम से कंट्रोल किया जा सकेगा।
यातायात पुलिस दुर्ग सुगम एवं सुरक्षित आवागमन के लिए हमेशा से प्रयासरत रही है और नये नये तकनीको के माध्यम से यातायात संचालन को सुगम बनाने का कार्य रही है । इसी कडी में पटेल चौक दुर्ग में पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव* के द्वारा सर्वप्रथम स्मार्ट ट्रैफिक जैकेट का ट्रायल लिया गया। इस स्मार्ट टैफिक जैकेट एवं टोपी में एलईडी लाईट के साथ रिसीवर लगा हुआ है और सिग्नल में ट्रांसमीटर लगा हुआ है। जिसके कारण चौक में लगे सिग्नल के लाईट का कलर बदलते ही जैकेट में भी कलर बदलता है। इस जैकेट के प्रयोग से लोगो को निम्न फायदे होगें:-
दूर से आ रहे वाहन चालको को ड्यूटी पर तैनात जवान आसानी से दिखाई देगा।
वाहन चालक सीधे देखकर चलने से सिग्नल जम्प नहीं करेगा।
🔸 वाहन चालको को ट्रैफिक पुलिस आसानी से दिखाई देने पर ड्यूटी पर तैनात जवान सुरक्षित रहेगा।
इस स्मार्ट ट्रैफिक जैकेट का निर्माण पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सतीश ठाकुर, सनानंद विध्यराज, उप पुलिस अधीक्षक, (यातायात) के नेतृत्व में बीआईटी कॉलेज के आर. श्रीनिवास, (इलेक्ट्रीसियन विभाग), राजकुमार, इलेक्ट्रिशियन के द्वारा 03 दिवस के भीतर तैयार किया गया है। इस जैकेट का प्रयोग करने वाला पहला जिला है।