नई दिल्ली,साल 2019 भारत में 1901 के बाद से 7 वां सबसे गर्म साल दर्ज किया गया। भारतीय मौसम विभाग ने सोमवार को कहा कि भारत में 2016 सर्वाधिक गर्म वर्ष दर्ज किया गया था जबकि 2019 उसकी तुलना में काफी कम गर्म रहा। मौसम विभाग ने यह भी बताया कि साल 2019 सबसे गर्म, सबसे ज्यादा बारिश और सबसे ज्यादा आंधी तूफान इन तीनों के लिए भी जाना जाएगा। इसी के साथ हाड़ कंपाने वाली ठंड के लिए भी यह साल याद रखा जाएगा जब दिसंबर महीने में ठंड के कई साल पुराने रेकॉर्ड टूटे। फिलहाल बारिश के चलते ठंड से थोड़ी राहत है लेकिन मौसम विभाग की मानें तो बारिश के बाद एक बार फिर ठंड के लौटने के आसार हैं।
2019 के लिए मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल भूस्खलन, बाढ़, गर्म हवाएं और आंधी-तूफान के चलते 1,562 लोगों की मौत हो गई। मौसम विभाग के अनुसार, 2019 में बिहार राज्य ने मौसम की सबसे बुरी मार झेली। बिहार में भारी बारिश, बाढ़, गर्मी, बिजली, तूफान और ओलावृष्टि के चलते 650 लोगों की जान गई। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि 2019 में भारतीय सागरों में 8 चक्रवाती तूफान भी तैयार हुए। एक तरफ साल 2019 में जहां गर्मी अपने चरम पर रही वहीं बारिश भी खूब हुई। बता दें कि इसके पहले भी 2009 से लेकर 2018 को सबसे गर्म दशक बताया गया था।
बारिश और बाढ़ की चलते 850 मौत
देश भर में औसत वार्षिक हवा का तापमान सामान्य से 0.36 डिग्री सेल्सियस से अधिक था। साल 2016 का सबसे गर्म रिकॉर्ड था जब औसत तापमान 0.71 डिग्री सेल्सियस से अधिक था। प्री-मॉनसून और मानसून के मौसम में तापमान में 0.39 डिग्री सेल्सियस से अधिक और 0.58 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा, जिसकी वजह से गर्मी अधिक रही। विश्व मौसम संगठन के अनुसार, विश्व स्तर पर औसत तापमान 2019 (जनवरी -अक्टूबर) के दौरान तापमान 1 डिग्री सेल्सियस अधिक था।
प्री मॉनसून, मॉनसून और पोस्ट मॉनसून सीजन में भारी बारिश और बाढ़ के चलते देश के अलग-अलग हिस्सों में 850 लोगों की जान गई। इसमें भी सबसे ज्यादा बिहार में 306 लोगों की मौत हुई। इसके बाद महाराष्ट्र में 136, उत्तर प्रदेश में 107, केरल में 88, राजस्थान में 80 और कर्नाटक में 43 लोगों की जान चली गई।
एक बार फिर दस्तक देगी हाड़ कंपाने वाली सर्दी
कुछ दिनों की राहत के बाद उत्तर प्रदेश में जल्द ही बारिश के साथ हाड़ कंपाने वाली सर्दी के लौटने के आसार हैं। मौसम विभाग के मुताबिक अगले एक-दो दिन में प्रदेश के अनेक हिस्सों में बारिश होने का अनुमान है और ज्यादातर इलाकों में बादल छा सकते हैं और बर्फीली हवा चलने से ठंड में इजाफा हो सकता है। विभाग के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के अनेक हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से कई डिग्री ज्यादा होने की वजह से सर्दी से लोगों को राहत मिली थी, लेकिन अगले एक—दो दिन के बाद गलन भरी सर्दी से फिर जूझना पड़ सकता है। पिछले 24 घंटों के दौरान इलाहाबाद मंडल में रात के तापमान में खासी गिरावट दर्ज की गई। वहीं, राज्य के बाकी मंडलों में यह सामान्य रहा।