ईरान ने अपने वरिष्ठ जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला लेने के लिए बुधवार तड़के इराक स्थित अमेरिका के तीन सैन्य ठिकानों पर मिसाइलें दागी। ईरान ने यह भी दावा किया कि इस हमले में कम से कम 80 अमेरिकी सैनिक मारे गए हैं। वहीं भारत में ईरान के राजदूत अली चेगेनी ने कहा कि ईरान अमेरिका के साथ तनाव कम करने की दिशा में भारत के किसी भी शांति कदम का स्वागत करेगा। उन्होंने कहा कि हम युद्ध नहीं चाहते हैं, हम क्षेत्र में सभी के लिए शांति और समृद्धि की कामना करते हैं।
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह शुक्रवार को इराक की राजधानी बगदाद में अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरान के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव अभूतपूर्व रूप से बढ़ गया है। ईरान द्वारा इराक स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे पर मिसाइल हमला किए जाने के कुछ ही घंटे बाद चेगेनी ने यह बयान दिया है।
ईरान के दूतावास में सुलेमानी के लिए आयोजित श्रद्धांजलि सभा के बाद चेगेनी ने संवाददाताओं से कहा कि दुनिया में शांति बनाए रखने में सामान्य तौर पर भारत बहुत अच्छी भूमिका निभाता है। साथ ही भारत इसी क्षेत्र में है। हम सभी देशों, खास तौर से अपने मित्र भारत की ओर से ऐसे किसी भी कदम का स्वागत करेंगे तो तनाव को बढ़ने ना दे।
उन्होंने कहा कि हम युद्ध नहीं चाहते हैं, हम क्षेत्र में सभी लोगों के लिए शांति और समृद्धि चाहते हैं। हम भारत के किसी भी कदम और परियोजना का स्वागत करते हैं जो दुनिया में शांति और समृद्धि लाने में मददगार हो। इराक में अमेरिकी सैन्य बेस पर ईरानी हमले के संबंध में चेगेनी ने कहा कि उनके देश में अपनी सुरक्षा करने के अधिकार के तहत जवाब दिया है।
सुलेमानी की हत्या के बाद ईरान और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रविवार को ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ और अमेरिकी समकक्ष माइक पोम्पिओ से बातचीत कर बढ़ते तनाव पर भारत की चिंता जतायी।