गांव के बीचोंबीच पीपल की छांव के नीचे चबूतरे पर हो रही चुनावी चर्चा में आने वाले भारत की दिशा-दशा तय हो रही है

गांव के बीचोंबीच पीपल की छांव के नीचे चबूतरे पर हो रही चुनावी चर्चा में आने वाले भारत की दिशा-दशा तय हो रही है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर ग्रामीणों ने भी उजले भारत की तस्वीर पर बहस छेड़ दी है। गांवों में एक तरफ जहां मोदी की गारंटी की खूब चर्चा हो रही है, वहीं भाजपा के मोदी की गारंटी और कांग्रेस की न्याय गारंटी को तराजू के पैमाने पर चर्चाओं से ही तौला भी जा रहा है।

छत्‍तीसगढ़ में विष्णुदेव साय की सरकार होने के कारण भाजपा के कार्यकर्ता मोदी की गारंटी और वादों को गांव तक पहुंचा रहे हैं। इसका असर चुनावी चर्चा में स्पष्ट दिखने लगा है। चुनावी चर्चा की ये तस्वीर कांकेर के गुंडरदेही विधानसभा के गांव परसाडीहा की है। जहां पीपल और नीम के संयुक्त छांव के नीचे स्थित चबूतरे पर बैठे हुए सरजू ठाकुर कहने लगे कि मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए उनकी अगली गारंटी को भी देखना होगा। चर्चा करने वालों में कोई पतली बनियान में तो कोई गमछे और नंगे पैर में ही दिखे।

गांव वालों की चर्चा से निकले विचारों में दल-बदल भी दिखा। इनमें से कुछ भाजपा प्रत्याशी भोजराज नाग तो कुछ कांग्रेस प्रत्याशी बीरेश ठाकुर को मजबूत दावेदार बता रहे थे। रोशन साहू ने चर्चा के दौरान कहा कि सभी वर्गों को ध्यान में रखकर केंद्र और राज्य सरकार अच्छा काम कर रही हैं। राज्य सरकार की महतारी वंदन योजना से महिलाएं खुश हैं। महिलाओं के खाते में हर माह एक हजार रुपये आ रहे हैं। भुवन यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों को बकाया बोनस राशि दी है, जिसका वर्षों से इंतजार था।

नारायण साहू ने कहा कि किसानों को धान की अंतर राशि मिली है, जिससे प्रदेशभर के किसान खुश हैं। गरीबों को प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के अंतर्गत मकान बनाने के लिए बिना किसी बाधा के सरलता से राशि मिल रही है। गरीबों का घर का सपना साकार हो रहा है। प्रधानमंत्री की गारंटी को एक-एक करके राज्य सरकार पूरी कर रही है।

कुछ की चर्चा में यह बात सामने आई कि कांग्रेस सरकार ने भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया, जिसकी वजह से विधानसभा में करारी हार का सामना करना पड़ा। गरीबों को आवास के लिए मंत्री से लेकर अधिकारियों तक भटकना पड़ता था। फिर भी सुनवाई नहीं होती थी। विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के नेता आए दिन गांव में आते थे, लेकिन जीतने के बाद एक दिन भी झांकने तक नही आए। कांग्रेस के प्रत्याशियों ने वादे तो बहुत किए, लेकिन पूरा एक भी नही किया।

मंगल भवन की मांग
चर्चा में शामिल लोगों ने बताया कि गांव में वर्षों से मंगल भवन बनाने की मांग की जा रही है, लेकिन कोई सुनवाई नही हो रही है। शादी व अन्य आयोजनों के लिए ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। चुन्नू साहू ने बताया कि प्रत्याशियों को लुभावने वादे की बजाए किसानों और गांव के विकास पर ध्यान देना चाहिए। स्वास्थ्य, शिक्षा औ रोजगार को अपने एजेंडा में शामिल करना चाहिए। उन्होंने बताया कि चौपाल में चुनाव के अलावा दूसरी बातें नही होती हैं।

कांकेर लोकसभा सीट के लिए दूसरे चरण में चुनाव
महासमुंद, कांकेर और राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के लिए दूसरे चरण में मतदान होगा। द्वितीय चरण के अंतर्गत चार अप्रैल तक अभ्यर्थी नामांकन पत्र दाखिल कर सकेंगे। नामांकन पत्रों की संवीक्षा पांच अप्रैल को होगी और आठ अप्रैल तक अभ्यर्थी अपना नाम वापस ले सकेंगे। 26 अप्रैल को मतदान होगा।

पहले चरण के अंतर्गत बस्तर लोकसभा क्षेत्र में 19 अप्रैल को मतदान होगा। बस्तर सीट के लिए चुनावी रण में 11 प्रत्याशी हैं। इनमें दो निर्दलीय शामिल हैं। नाम वापसी के लिए 30 मार्च तक का समय निर्धारित है। इस समय सीमा में यदि किसी ने नाम वापस नहीं लिया तो मुकाबला 11 प्रत्याशियों के बीच होगा।

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