चेन्नई, हाल ही में बीजेपी में शामिल होने वाली कांग्रेस की नेता और पूर्व अभिनेत्री खुशबू सुंदर ने अपने एक बयान के लिए माफी मांगी है. कांग्रेस छोड़ने के बाद खुशबू ने इस पार्टी की तुलना मानसिक रूप से बीमार शख्स से की थी.
खुशबू 12 अक्टूबर को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुईं थी. 13 अक्टूबर को जब वह चेन्नई वापस पहुंचीं, तो अपनी पुरानी पार्टी पर जमकर निशाना साधा. खुशबू ने इस दौरान कांग्रेस की तुलना मानसिक रूप से बीमार शख्स से कर दी थी.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केएस अलागिरी पर निशाना साधते हुए खुशबू ने कहा था कि, “मैं कांग्रेस में 6 साल तक रही और पार्टी के लिए लगातार काम किया. लेकिन अब मैंने पार्टी छोड़ दी है, मैं समझ सकती हूं कि मैं एक मानसिक रूप से बीमार पार्टी को छोड़कर काफी खुश हूं.”
खुशबू के इस बयान की कई गैर सरकारी संगठनों ने कड़ी निंदा की. दिव्यांगों के लिए काम कर रहे एक शख्स ने कहा कि इस तरह किसी बीमारी की किसी पार्टी से तुलना करना गलत है, दिव्यांगता या मानसिक बीमारी एक शारीरिक अवस्था है, ऐसे में इसकी तुलना किसी तरह की हीन अवस्था को दिखाने के लिए किसी से भी नहीं की जानी चाहिए.
एक दिन गुजरते ही तमिल फिल्मों की अभिनेत्री रही खुशबू को अपनी गलती का एहसास हुआ. उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि उन्होंने ऐसा बयान तनाव, बेहद तकलीफ और जल्दबाजी की अवस्था में दिया था.
बीजेपी नेता खुशबू ने कहा, “मैं जल्दबाजी, बेहद तकलीफ और दुख की अवस्था में इस्तेमाल किए गए कुछ शब्दों के लिए अफसोस जताती हूं, चूंकि मैं एक आत्मनिर्भर महिला हूं और मैंने अपने करियर को खुद दिशा दी है, इसलिए ऐसा कहना है कि मेरे फैसले के पीछे किसी दूसरे का प्रभाव और हाथ है, गलत, आपत्तिजनक और महिला सम्मान के खिलाफ है.”
उन्होंने कहा कि उनके बयान से किसी को तकलीफ पहुंची है तो वे माफी चाहती हैं और वादा करती हैं कि वे भविष्य में फिर किसी भी हालत में ऐसा बयान नहीं देंगी. खुशबू ने कहा कि अब वे ये सुनिश्चित करने में समय लगाएंगी कि मानसिक रूप से बीमार व्यक्तियों की भी समाज में कद्र हो और उन्हें भी सुना जाए और पूछा जाए.