गृहमंत्री अमित शाह बनकर राज्यपाल को किया फोन, कहा- मेरे दोस्त को VC बनाओ

भोपाल. STF ने खुद को केंद्रीय गृह मंत्री (HOME MINISTER) अमित शाह (AMIT SHAH) बताकर मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन (Governor Lalji Tandon) से फोन पर कुलपति की नियुक्ति की सिफारिश करने वाले एयरफोर्स (Air Force ) के विंग कमांडर कुलदीप वाघेला (Wing Commander Kuldeep Vaghela) को गिरफ्तार किया है. वाघेला के साथ भोपाल के जाने माने डेंटल सर्जन (Dental surgeon) डॉ. चंद्रेश कुमार शुक्ला को भी पकड़ा है.चंद्रेश कुमार शुक्ला ने फोन लगाकर खुद को शाह का पीए बताया था और राज्यपाल (Governor) से बात कराई थी.

एसटीएफ एडीजी अशोक अवस्थी ने बताया कि मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर में कुलपति की चयन प्रक्रिया अधिसूचना 29 जुलाई 2019 को मध्यप्रदेश राजभवन से जारी हुई थी.कुलपति के पद के लिए चंद्रेश कुमार शुक्ला ने भी दावेदारी की थी.उनका तीन जनवरी को इंटरव्यू भी हो गया था.कुलपति बनने के लिए चंद्रेश कुमार शुक्ला ने कई राजनैतिक लोगों के जरिए सिफारिश लगवाई.साथ ही उन्होंने एक और सिफारिश के लिए नई दिल्ली एयरफोर्स हेडक्वार्टर में पदस्थ अपने पुराने मित्र विंग कमांडर कुलदीप वाघेला से संपर्क किया.

 

फोन पर साज़िश

दोनों ने आपसी सहमति के बाद गृह मंत्री अमित शाह की तरफ से पैरवी करने की साज़िश रची. इसी प्लान के तहत दो दिन पहले चंद्रेश कुमार शुक्ला ने अपने मोबाइल फोन नंबर से राजभवन फोन लगाया.साथ ही उन्होंने विंग कमांडर कुलदीप वाघेला को कांफ्रेंस में लिया.चंद्रेश कुमार शुक्ला ने राजभवन स्टॉफ को बताया कि वो गृह मंत्री अमित शाह के पीए हैं. राज्यपाल लालजी टंडन से गृहमंत्री अमित शाह बात करना चाहते हैं.इस पर राजभवन स्टॉफ ने फोन ट्रांसफर कर राज्यपाल से उनकी बात करवा दी.

 

कुलपति बनाने के लिए सिफारिश

कांफ्रेंस पर पहले से मौजूद विंग कमांडर कुलदीप ने खुद को गृहमंत्री अमित शाह बताया और उनकी आवाज में राज्यपाल लालजी टंडन से बातचीत करते हुए चंद्रेश कुमार शुक्ला को मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय का कुलपति बनाने की सिफारिश की.

राज्यपाल से फोन पर बातचीत के कुछ अंश?

आरोपी चंद्रेश शुक्ला – मैं गृहमंत्री अमित शाह का पीए बोल रहा हूं…राज्यपाल लालजी टंडन जी हैं क्या?

राजभवन स्टॉफ – जी राजभवन में ही हैं.

आरोपी चंद्रेश शुक्ला – राज्यपाल जी से गृहमंत्री महोदय अमित शाह जी बात करना चाहते हैं.

राजभवन स्टाफ – मैं राज्यपाल महोदय जी के पास फोन ट्रांसफर कर रहा हूं…बात करा दीजिए…

आरोपी कुलदीप वाघेला – कैसे हैं आप ?…चंद्रेश कुमार शुक्ला जी ने कुलपति के लिए आवेदन दिया है…अच्छे व्यक्ति हैं…कुलपति के लिए योग्य हैं…

राज्यपाल – (###…###…###…###)

 

शक होने पर राजभवन स्टाफ ने करायी पड़ताल

इस बातचीत के बाद राज्यपाल को शक हुआ और उन्होंने स्टाफ के ज़रिए गृहमंत्री कार्यालय से संपर्क कर फोन के बारे में जानकारी ली.जब पता चला कि इस तरह का फोन गृहमंत्री कार्यालय से नहीं किया गया, तब उन्होंने इस पूरे मामले में कार्रवाई के लिए एसटीएफ से शिकायत की.एसटीएफ ने मामले की जांच की और तकनीकी साक्ष्य जुटाने के बाद दिल्ली से एयरफोर्स के विंग कमांडर कुलदीप वाघेला और भोपाल में डेंटल वर्ल्ड नाम से क्लीनिक संचालित करने वाले जाने माने डेंटल सर्जन चंद्रेश कुमार शुक्ला को गिरफ्तार किया.

 

राजभवन में स्टाफ काम कर चुका है वाघेला

एडीजी अवस्थी ने बताया कि आरोपी विंग कमांडर कुलदीप वाघेला 2014 में मध्यप्रदेश राजभवन में पूर्व राज्यपाल का परि सहायक रह चुका है.उसे राजभवन की पूरी गतिविधियों का अंदाज़ था.जिला कोर्ट ने दोनों आरोपियों को तीन दिन के रिमांड पर लिया है.एसटीएफ अब इस बिंदु पर पूछताछ कर रही है कि विंग कमांडर कुलदीप वाघेला ने गृहमंत्री अमित शाह के नाम से और कहां-कहां और कितने फोन लगाए और कितने लोगों की सिफारिश की. उसने कितने लोगों के साथ ठगी की है.

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