यूं तो दिल्ली में हैदराबाद से लेकर मुरादाबाद और कलकत्ता तक की बिरयानी मिलती है, लेकिन आजकल चुनावी माहौल है, लिहाजा यहां राजनीतिक बिरयानी भी पकाई जा रही है. खासकर, भारतीय जनता पार्टी के नेता अपने भाषणों में बिरयानी की दावत और उसके पकौता के बारे में खूब जानकारी दे रहे हैं. दिलचस्प बात ये है कि दिल्ली में मिलने वाली इन बाहरी बिरयानी की तरह ये नेता भी लोकल नहीं हैं.
इस चुनावी बिरयानी में सबसे पहला छौंक यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लगाया. योगी आजकल दिल्ली में बीजेपी के लिए चुनाव प्रचार कर रहे हैं और इस क्रम में योगी जब 1 फरवरी को रोहिणी में चुनाव प्रचार के लिए उतरे तो उन्होंने सीधा निशाना नागरिकता कानून के खिलाफ शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन पर साधा. योगी ने कहा कि जो लोग कश्मीर में आतंकियों का समर्थन करते हैं, वो शाहीन बाग में मंच संभाले हुए हैं और आजादी के नारे लगा रहे हैं.
इसके साथ ही योगी ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि दिल्ली की सरकार जनता को जहरीला पानी पिला रही है और जो लोग शाहीन बाग में धरना दे रहे हैं उन्हें बिरयानी सप्लाई की जा रही है. योगी ने ये भी कहा कि जब से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं, हर आतंकी की पहचान की जा रही है और उन्हें बिरयानी की जगह गोली दी जा रही है.
बता दें कि मुंबई हमले के दोषी आतंकी अजमल कसाब जब जेल में था, उसे खाने में बिरयानी देने को लेकर देश में काफी चर्चा रही थी और बीजेपी ने तत्कालीन यूपीए सरकार पर आतंकी को बिरयानी खिलाने के आरोप लगाए थे.
अब बीजेपी केंद्र की सत्ता में है और उसके नेताओं की तरफ से आतंकवाद का जिक्र कर शाहीन बाग के प्रोटेस्ट को निशाने पर लिया जा रहा है और AAP पर प्रदर्शनकारियों को बिरयानी खिलाने की बात की जा रही है.
योगी आदित्यनाथ ने अपने प्रचार के दूसरे दिन भी बिरयानी का मुद्दा उठाया. रविवार (2 जनवरी) को योगी जब दक्षिण दिल्ली के बदरपुर विधानसभा क्षेत्र पहुंचे तो उन्होंने शाहीन बाग के बहाने बिरयानी भी पका दी और विरोधी आम आदमी पार्टी को भी निशाने पर ले लिया.
योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में कहा, ‘बीजेपी आतंकवाद के प्रति जीरो टोलरेंस की दिशा में काम कर रही है, जबकि केजरीवाल शाहीन बाग के लिए बिरयानी का आयोजन करने और खिलाने में व्यस्त हैं.’
योगी की इस बिरयानी की हांडी में अब बीजेपी के दूसरे नेता भी हाथ बंटाने उतर आए हैं. मोदी कैबिनेट में मंत्री और बिहार से आने वाले सांसद अश्विनी चौबे ने शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि वहां भाड़े के टट्टू फ्री की बिरयानी खाकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
बिरयानी की इस दावत का आयोजक अश्विनी चौबे ने भी आम आदमी पार्टी को ही बताया. चौबे ने कहा, ‘शाहीन बाग में बैठे लोग घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं. आम आदमी पार्टी शाहिन बाग के लोगों को बिरयानी दे रही है और वोट बैंक की राजनीति कर रही है.’
यानी शाहीन बाग में 50 दिनों से चले आ रहे महिलाओं के धरने प्रदर्शन के बहाने बीजेपी नेता आतंकवाद और बिरयानी का जिक्र कर विशेषकर आम आदमी पार्टी को निशाना बना रहे हैं. दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Elections 2020) के लिए 70 सीटों पर 8 फरवरी को मतदान होना है, जिसके बाद 11 फरवरी को नतीजों के साथ ही पता चल पाएगा कि इस बिरयानी का असली टेस्ट कैसा है.