मुंबई। चीन के बाद समूचे विश्व में कोहराम मचा रहा कोरोना वायरस के चलते वैसे तो पुरी दुनिया में चिंता और घबराहट का माहोल है, हर तरफ चाहे वो अपने आप में एक व्यक्ति होने के नाते, परिवार के रूप, दफ्तर के रूप, मल्टीनेशनल कंपनियों के रूप एक हो या अनेकों ग्रुपों में एनजीओ, गैर सरकारी और सरकारी तोर पर हर तरफ से कोरोना का भय व्याप्त हैं. अब इस सूची में धर्म गुरू भी शामिल हो गये हैं और होना भी चाहिए अक्सर हमारी संस्कृति में ऐसे छोटे-छोटे समुदाय पनपते आऐ हैं. जैसे राधास्वामी, निरंकारी, ब्रह्माकुमारी जिनके अनुयायी का समागम देश के किसी न किसी कोने में चलता ही रहता और इसी समागम के चलते इन समुदायों के अनुयायी किसी एक जगह पर इकट्ठा होते रहते हैं. जिससे यह गुरु अपना ज्ञान बाँट सके, पर कोरोना वायरस के चलते हालात कुछ कुछ बदले-बदले से हैं. लोगों के अन्दर डर का माहौल है, तो इन सारे हालतों के देखते हुए राधास्वामी समुदाय ने अपने मार्च महीने के जो सामागम थे, उन सब समागमों को स्थगित किया है. जिसमें उल्लेखनिय है जम्मू का समागम ता ७-८ मार्च, सिकन्दरपुर का १०-११ मार्च, दिल्ली १३-१४ और १५ मार्च और मुंबई में १७-१८ मार्च के समागमो का उल्लेख है। अब कोरोना वायरस का असर काफी व्यापक है और इस व्यापकता को देखते हुये केन्द्र सरकार और राज्य सरकारों को ऐसे समागमो पर दो तीन महीनों की रोक लगा देनी चाहिये ऐसी मांग उठने लगी है.