अभिनेता अभिषेक बच्चन ने 19 साल पहले फिल्म ‘रेफ्यूजी’ से बॉलीवुड में प्रवेश किया था। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं कर पाई थी पर अभिषेक के अभिनय को सराहा गया था। उस समय अभिषेक को जो फिल्में मिलीं उन्होंने स्वीकार कर लीं पर कहानी पर ध्यान नहीं दिया। यही अभिषेक को महंगा पड़ गया। इसके चलते अभिषेक बच्चन की 4 साल में लगातार 17 फिल्में फ्लॉप हो गयी। साल 2004 में अभिषेक बच्चन ने फिल्म ‘धूम’ में काम किया और यह फिल्म सुपरहिट साबित हुई।
इस फिल्म के बाद उन्होंने ‘बंटी और बबली’, ‘युवा’, ‘ब्लफमास्टर’, ‘गुरु’ और ‘दोस्ताना’ जैसी सुपरहिट फिल्में देकर ये साबित कर दिया कि उनमें अभिनय क्षमताएं भरी हुई हैं।
अभिषेक के 18 साल के फिल्मी करियर में बहुत उतार-चढ़ाव आए। उनकी ज्यादातर फिल्में फ्लॉप रहीं। अभिषेक ने कहा था, ‘जब कोई अभिनेता फ्लॉप फिल्में देता है तो लोग उसका फोन तक उठाना बंद कर देते हैं। फिर वो यह नहीं सोचते कि आप किसके बेटे या बेटी हो।’
‘फ्लॉप होना दुनिया की सबसे खराब फीलिंग होती है जो आपको एक इंसान के तौर पर खत्म सा कर देती है।’ इससे पता चलता है कि अभिषेक इस तरह की फीलिंग से कई बार गुजर चुके हैं। अभिषेक बचपन में डाइलेक्सिया बीमारी के शिकार थे। इस बात का खुलासा तब हुआ था जब 2007 में आमिर खान ने इसी बीमारी पर एक फिल्म ‘तारे जमीं पर’ बनाई थी।
अभिषेक ने अपनी पढ़ाई जमनाबाई स्कूल से की थी। इसके बाद वो बिजनेस कोर्स के लिए अमेरिका की बॉस्टन यूनिवर्सिटी चले गए लेकिन हिंदी फिल्मों में काम करने के चलते वो अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़कर आ गए थे। करियर की शुरुआत में अभिषेक की कई फिल्में फ्लॉप हो गई थीं।
फिल्में ना मिलने पर उन्होंने जीवन बीमा निगम एजेंट के तौर पर भी काम किया। इसके अलावा अभिषेक बच्चन ने उस समय एक विश्व रिकॉर्ड कायम कर दिया था जब फिल्म ‘पा’ में उन्होंने अपने ही पिता यानी बिग बी के पिता का रोल निभाया था। इस फिल्म के लिए जूनियर बच्चन का नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है।
अभिनय के अलावा अभिषेक बच्चन को अलग-अलग देशों के बोर्डिंग कार्ड इकट्ठा करने का शौक है।
इसके बाद ‘धूम 2’ के दौरान ऐश्वर्या और अभिषेक नजदीक आए। फिल्म ‘गुरु’ में साथ काम करने के बाद दोनों ने शादी करने का फैसला लिया । 20 अप्रैल 2007 में दोनों शादी के बंधन में बंध गए थे।