नई दिल्ली. कोरोना वायरस को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक भी सतर्क है. खुद आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा संकट है. लेकिन केंद्रीय बैंक की इसपर पैनी नजर है और असर को कम करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं.
शक्तिकांत दास ने कहा कि कोरोना वायरस (कोविड-19) मानवीय त्रासदी बनता जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस संकट की वजह से दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों ने कदम उठाएं हैं. क्योंकि इससे दुनिया की इकोनॉमी संकट में है.
संकट में भारतीय अर्थव्यवस्था
शक्तिकांत दास से कहा कि इस वायरस की वजह से भारतीय इकोनॉमी की ग्रोथ पर भी असर पड़ेगा. कोविड-19 की वजह से भारतीय ग्रोथ घट सकती है. हालांकि उन्होंने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोई रेट कट का ऐलान नहीं किया. लेकिन उन्होंने कहा कि हालात को मॉनिटर किया जा रहा है और सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे.
कोरोना की वजह से हरकत में ये देश
गौरतलब है कि अमेरिकी फेड रिजर्व ने एक महीने में दूसरी बार रेट किया है. रविवार, 15 मार्च को फेड रिजर्व ने आर्थिक मंदी से बचने और इकोनॉमी में लिक्विडिटी बनाए रखने के लिए रेट कट किया है. इससे पहले अमेरिकी फेड रिजर्व ने 3 मार्च को रेट कट किया था. फेड रिजर्व के अलावा, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, यूरोपीय यूनियन के केंद्रीय बैंकों ने भी रेट कट किया है.
येस बैंक को लेकर RBI का प्लान
इसके अलावा प्रेस कॉन्फ्रेस में शक्तिकांत दास ने येस बैंक को लेकर अपना प्लान बताया. उन्होंने कहा कि बुधवार से येस बैंक से पैसा निकालने के लिए लगाई गई रोक हटा दी जाएगी. यानी ग्राहक अपने खातों से 50 हजार रुपये से ज्यादा निकाल पाएंगे. ये पाबंदी बुधवार की शाम 6 बजे खत्म हो जाएगी.
वहीं उन्होंने ग्राहकों को भरोसा दिलाया कि येस बैंक में डिपॉजिट करने वाले ग्राहकों के पैसे बिल्कुल सुरक्षित है, उन्हें किसी तरह से घबराने की जरूरत नहीं है. येस बैंक का नया बोर्ड 26 मार्च से कामकाज संभालेगा.