पुलिस ने गॉव-गॉव मे निगरानी समिति का गठन कर वाट्सअप ग्रुप से ग्रामीणों को जोड़ा
लॉकडॉउन में गुरूर पुलिस को मिल रहा है समर्थन
गुरूर। कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए लोगों में जागरूकता आई है, इसी का परिणाम है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गुरूर में भी मरीजों की भीड़ उमड़ रही है। अस्पताल में प्रतिदिन 150 से 200 मरीज ओपीडी पर आ रहे हैं, जबकि निजी चिकित्सको के पास भी मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार गुरूर ब्लाक में 260 लोगो को आइसोलेशन पर रखा गया है। ये सभी सदस्य अन्य क्षेत्रो से आये है इस कारण इन्हे 14 दिनों तक स्वास्थ्य विभाग की निगरानी मे रखा जाएगा। बता दे कि प्रदेश में पिछलें 2 दिनों मे पीडि़त मरीजों की संख्या 1 से बढ़कर 6 हो गई है इसकी का नतीजा है कि गुरूर ब्लाक के नागरिक अब कोरोना वायरस को लेकर सतर्क हो रहे हैं इसके अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में कोरोना को लेकर सुरक्षा बढ़ा दी गई है, अस्पताल के पीछे आइसोलेशन कक्ष भी बनाया गया है।
खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. जीआर रावटे ने कहा कि गुरूर ब्लाक मे अब तक कोरोना वाइरस के कोई लक्षण नही मिले है, डरने की जगह सावधानी व संयम से काम ले। हाथों को सैनेटाइजर या साबुर से बार-बार साफ करते रहे, मुंह पर कपड़ा, मास्क या रूमाल से ढंककर रहे ताकि वायरस से बचा जा सके।
लॉकडॉउन में पुलिस को मिल रहा है समर्थन
कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर सरकार व स्थानीय प्रशासन की अपील का शुक्रवार को गुरूर ब्लाक में असर दिखने को मिला। यदा-कदा लोग जरूरत के सामान खरीदने को घर से बाहर निकले और घर वापस होते रहे। नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में भी पुलिस की निगरानी चल रही है।
थाना प्रभारी मनीष शर्मा ने कहा कि एसपी के दिशानिर्देशन में गॉव-गॉव में निगरानी दल का गठन कर वाट्सअप ग्रुप से ग्रामीणों को जोड़ा गया है। लगातार निगरानी से अब ग्र्रामीण स्वयं पुलिस का सहयोग करते हुए घर से बाहर निकलने बच रहे है। सुबह भी जरूरी सामान खरीदने के बाद ग्रामीण घर पहुंच जाते है।
०००००००००००००००००००००