नई दिल्ली । भारत में टिक-टॉक पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद ये खबर आ रही थी कि माइक्रोसॉफ्ट टिक-टॉक का कारोबार खरीद सकता है। माइक्रोसॉफ्ट ने टिक-टॉक को खरीदने का फैसला डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टिक-टॉक को 15 सितंबर तक अमेरिका में कारोबार बेचने की डेडलाइन के बाद किया है। अब इस बात की भी चर्चा हो रही है कि रिलायंस भी उन संभावनाओं को ध्यान में रख रहा है, जिसके जरिए वह टिक-टॉक के भारत में होने वाले कारोबार में निवेश कर सके। ये भी खबर है कि टिकटॉक के सीईओ केविन मेयर रिलायंस के टॉप अधिकारियों से मिले हैं, ताकि ये जान सकें कि क्या भारत का कारोबार खरीदने में रिलायंस को रुचि है। अब रिलायंस और इसका प्रोडक्ट जियो इस बात पर विचार कर रहे हैं कि इस वक्त टिकटॉक का भारत का कारोबार खरीदना फायदे का सौदा होगा या नहीं। एक अधिकारी ने भी कहा है कि रिलायंस और टिकटॉक के अधिकारी एक दूसरे से संपर्क में हैं।